“मप्र में शिक्षकों का ई-अटेंडेंस पर विरोध, प्रदेश भर में 8 जुलाई को जिला स्तरीय प्रदर्शन

💥 ई-अटेंडेंस के खिलाफ शिक्षक एकजुट, 8 जुलाई को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन की चेतावनी 💥
जनमत जागरण @ भोपाल। मध्यप्रदेश के शिक्षक अब ई-अटेंडेंस के नाम पर सरकारी अविश्वास को किसी भी स्थिति में स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं। राज्य शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष जगदीश यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा है—
“अकेले शिक्षक संवर्ग की ई-अटेंडेंस किसी भी सूरत में मंजूर नहीं। यह हमारी गरिमा और आत्मसम्मान पर आघात है।”
उन्होंने सभी शिक्षकों से अपील की कि कोई भी इस एप्प को डाउनलोड न करे और न ही हाजिरी दर्ज करे। शिक्षक समाज ने यह संकल्प लिया है कि सरकार तक हमारी एकता और सम्मान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने का संदेश पहुँचना चाहिए।
📅 8 जुलाई को होगा जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन
राज्य शिक्षक संघ ने घोषणा की है कि आगामी 8 जुलाई को पूरे प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद भी यदि सरकार ने शिक्षकों की आवाज़ नहीं सुनी, तो प्रदेश स्तर पर व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
🙌 “शिक्षक पर संदेह क्यों?”
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि “जब मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री स्वयं शासकीय विद्यालयों की प्रशंसा कर रहे हैं, तो फिर यह अविश्वास क्यों? शिक्षक के आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाने वाले किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
📝 संघ के वरिष्ठ नेताओं का आह्वान
इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए संघ के महामंत्री दिनेश शुक्ला, वरिष्ठ नेता प्रभुराम मालवीय, सालिकराम चौधरी, शैलेन्द्र त्रिपाठी, गिरीश द्विवेदी, करतार सिंह, राधेश्याम पुरविया (प्रदेश उपाध्यक्ष), और सुषमा खे़मसरा ने सभी शिक्षकों से एक स्वर में अपील की है—
“यह समय है एकता दिखाने का। शिक्षक ही भविष्य गढ़ता है, और उसका सम्मान सर्वोपरि है।”