सौगंध राम की खाते हैं मंदिर भव्य बनाएंगे, वह सौगंध आज़ हुईं पूरी : रामलला की भव्य-दिव्य धाम में हुई प्राण प्रतिष्ठा

आज देश इतिहास का साक्षी बना : पीढ़ियों की अभिलाषा आज हुई फलीभूत -पीएम मोदी ,सनातन की संस्कृति का अभ्युदय का समय आया है- डा मोहन भागवतभगवान रामलला के दिव्य और नव्य धाम में पधारने की बधाई -योगी
जनमत जागरण @ अलौकिक अयोध्या
राम भारत की आस्था है ..राम भारत का आधार है.. राम भारत का आचार है.. राम भारत का विचार है.. राम भारत का विधान है ..राम भारत की चेतना है ..राम भारत का चिंतन है .. राम भारत की प्रतिष्ठा है ..राम भारत का प्रवाह है.. राम भारत की नीति है.. राम भारत की रीति है..! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिव्य चेतना रुपी उद्घोष से देशवासियों को आज प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अवगत कराया । इस भव्य समारोह में श्रीरामलला के समक्ष यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व किया। अयोध्या धाम में लघु भारत के दर्शन हुए।

पौष शुक्ल द्वादशी, विक्रमी संवत 2080 सोमवार को शुभ घड़ी 12 बजकर 30 पर प्राण प्रतिष्ठा हुई । जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी श्याम वर्ण की अलौकिक बाल रूप धारी दिव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान होंगे। उनके साथ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास जी महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डा. मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति समारोह को गौरवमयी बनाएगी।
सौगंध राम की कहते हैं मंदिर भव्य बनाएंगे, वह सौगंध आज़ पूरी हो गई । श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में 12:30 32 सेकंड पर 84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में रामलाल विराजित हो गए । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वैदिक रीति से प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न किया । प्राण प्रतिष्ठा में सरसंघचालक माननीय डॉ मोहन भागवत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ,उत्तर प्रदेश की राज्यपाल मौजूद थे । द्वादशी तिथि यह अवतार की तिथि है आज स्थिति को श्री राम जन्मभूमि पर रामलाल का भाव और दिव्या मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो गई आज का दिन सबके सफल मनोरथ के पूरे होने का दिन है । आज का दिन अर्पण का दिन है आज का दिन समर्पण का दिन है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज पीढ़ियों की अभिलाषा फलीभूत हुई । सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि सनातन की संस्कृति का अभ्युदय का समय आया है ।श्रीमंत योगी के रूप में आज हमें नरेंद्र जी मोदी मिले हैं । इन्होंने अपना काम पूरा किया अब आपकी बारी है । स्वर्ण दिवस 22 जनवरी 500 वर्ष के बाद राम आए हैं । 500 साल बाद राम यहां पर लौटे हैं जिनके प्रयासों से आज हम यह स्वर्ण दिवस देख रहे हैं उन्हें कोटि-कोटि नमन
नृत्य गोपाल दास जी ने कहा – मन से श्रद्धा अर्पित करते हैं ।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कृष्ण स्वरूप में आज भगवान राम के दर्शन हुए भगवान रामलला के दिव्य और नव्य धाम में पधारने की बधाई दी ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुए कार्यक्रम में कहा कि यह क्षण हर किसी को भाव विभोर करने वाला क्षण है ।

प्राण प्रतिष्ठा का आरक्षण अलौकिक क्षण है आज हमारे राम आ गए हमारे राम लाल टेंट में नहीं दिव्या मंदिर में रहेंगे । 22 जनवरी 2024 सूरज आभा लेकर आया है यह तारीख नहीं नए कालचक्र का उद्गम है ।

कई शताब्दियों बाद देखने को मिला ऐसा वातावरण
150 परंपराओं के संतगण और सभी विधाओं के श्रेष्ठ 25 हजार लोग एक ही परिसर में एकत्र होंगे। 12 बजकर 55 मिनट पर रामलला का सुशोभित रूप से सभी के समक्ष होगा। करोड़ों आखें इसकी साक्षी होंगी और समय मानो थम जाएगा। राष्ट्र में ऐसे समवेत उल्लास और आनंदमय वातावरण का दूसरा उदाहरण हाल की कई शताब्दियों में देखने को नहीं मिलता। अयोध्या गौरवान्वित है कि उसे शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पात्य, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, निम्बार्क, माध्व, विष्णु नामी, रामसनेही, घिसापंथ, गरीबदासी, अकाली, निरंकारी, गौड़ीय, कबीरपंथी सहित सभी धर्म, संप्रदाय और परंपराओं के स्वागत का अवसर मिला है। श्रीरामलला के बालरूप विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा भर नहीं हो रही, अपितु लोक आस्था व जनविश्वास भी पुनर्प्रतिष्ठित हो रहा है। अपने खोए हुए गौरव की पुनर्प्राप्ति कर रामनगरी विभूषित हो रही है। न्याय व सत्य के संयुक्त विजय का उल्लास अतीत की कटु स्मृतियों को विस्मृत कर नए कथानक रच रहा है।